केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा एम्स ऋषिकेश के पांचवें दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए देहरादून पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं ने उनका स्वागत किया। एम्स ऋषिकेश में आयोजित पांचवें दीक्षांत समारोह में शामिल होकर 434 मेडिकल छात्रों को अपने हाथों से उपाधि दी। जिसके तहत 14 मेडिकल छात्रों को गोल्ड, एक छात्रा को सिल्वर और एक छात्रा को कांस्य पदक से नवाजा।
जेपी नड्डा ने कहा आज देश भर में 1.75 लाख आयुष्मान आरोग्य मंदिर संचालित हो रहे हैं। जो स्वास्थ्य और कल्याण से संबंधित विभिन्न सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। आज बदलती परिस्थितियों में बीमारियों ने भी नया-नया रूप ले लिया है। जिसे लोगों को बचाने के लिए शोध करने वाले डॉक्टरों की सबसे ज्यादा जरूरत है। एम्स ऋषिकेश ऐसे शोध करने में सफल रहा है। एम्स ऋषिकेश की स्थापना होने के बाद उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और आसपास के राज्यों के गंभीर मरीजों को काफी सुविधा मिली है।
स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि भारत में पहले केवल एक एम्स था. जबकि, आज देश में 23 एम्स संचालित हो रहे हैं। एम्स ऋषिकेश ने अपनी उत्कृष्ट सेवाओं के कारण स्वास्थ्य संस्थानों के बीच एक खास पहचान बनाई है। एम्स ऋषिकेश ने हेलीकॉप्टर और ड्रोन सेवाओं से 309 गंभीर मरीजों को बचाया।