चंपावत में बादल फटने की वजह से सीमांत गुमदेश क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में दो महिलाओं की मौत हो गई। एक किशोर लापता है। भूस्खलन से आठ घरों में मलबा भर गया है। घटना के बाद ग्रामीण दहशत में आ गए हैं। एसडीएम लोहाघाट रिंकु बिष्ट ने बताया। उत्तराखंड के कई जिलों में पहले ही मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया था, जो सही साबित हुआ।
सीमांत क्षेत्र ढोरजा में गौशाला ढहने से मृतक महिला की शिनाख्त 60 वर्षीय शांति देवी के रूप में हुई है। दीवार के नीचे आने से माधवी देवी (55) पत्नी पीतांबर भट्ट की मौत हो गई। महिला मलबे के नीचे दब गई। पेड़ गिरने की आवाज को सुनकर स्वजन भागते हुए गोशाला की ओर दौड़े।
आपदा प्रशासन के लिए बहुत बड़ी चुनौती बन गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को जल्द से जल्द आपदाग्रस्त क्षेत्रों में पहुंचकर ग्रामीणों को मदद देने के निर्देश दिए हैं। डीएम चंपावत नवनीत पांडे ने कहा प्रशासन की टीम आपदाग्रस्त क्षेत्रों में पहुंच रही हैं और ग्रामीणों को मदद पहुंचाई जा रही है
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