रुड़की के एक प्राथमिक विद्यालय में पांचवीं का छात्र कक्षा में सो गया। छुट्टी के बाद कमरे में ताला लग गया। थोड़ी देर बाद स्कूल के अंदर से बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। बच्चे की आवाज सुनकर आसपास के व्यापारी स्कूल के गेट पर पहुंचे और पुलिस को मामले की जानकारी दी। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने लोगों की मदद से स्कूल का ताला तोड़कर बच्चे को बाहर निकाला।
सोमवार शाम करीब तीन बजे आसपास के लोगों ने स्कूल से किसी बच्चे के रोने और बचाओ-बचाओ की आवाज सुनी। जब लोग गेट तक पहुंचे तो अंदर से बच्चे की चीखें स्पष्ट सुनाई दीं। लोगों ने तुरंत सूचना पुलिस को दी। थोड़ी देर में पुलिस टीम मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से कक्षा का ताला तोड़ा गया। अंदर देखा तो एक छात्र डरा-सहमा खड़ा था। करीब चार बजे बच्चे को बाहर निकाला गया।
छात्र के स्वजन भी उसकी तलाश में स्कूल पहुंच गए। उन्होंने बताया कि छात्र पांचवीं में पढ़ता है। किसी शिक्षिका का मोबाइल नंबर नहीं होने के चलते पुलिस ने कमरे का ताला तोड़कर छात्र को बाहर निकाला। इसके बाद बच्चे को पुलिस ने सकुशल उसके घर पहुंचाया। स्थानीय लोगों का कहना है कि छात्र कमरे में सो गया था। इसलिए वह स्कूल के अंदर बंद हो गया। उन्होंने कहा कि स्कूल प्रबंधन की ये लापरवाही बच्चे की जान पर भी भारी पड़ सकती थी।
